अश्क Hindi Shayari

  • काश तू सुन पाता खामोश सिसकियां मेरी,
    आवाज़ करके रोना तो मुझे आज भी नहीं आता।
  • तेरी ज़ुबान ने कुछ कहा तो नहीं था,<br/>
फिर ना जाने क्यों मेरी आँख नम हो गयी।Upload to Facebook
    तेरी ज़ुबान ने कुछ कहा तो नहीं था,
    फिर ना जाने क्यों मेरी आँख नम हो गयी।
  • काश आँसुओ के साथ यादें भी बह जाती,<br/>
तो एक दिन तसल्ली से बैठ कर रो लेते।Upload to Facebook
    काश आँसुओ के साथ यादें भी बह जाती,
    तो एक दिन तसल्ली से बैठ कर रो लेते।
  • वो तो बारिश कि बूँदें देखकर खुश होते हैं,<br/>
उन्हें क्या मालूम कि हर गिरने वाला कतरा पानी नही होता।Upload to Facebook
    वो तो बारिश कि बूँदें देखकर खुश होते हैं,
    उन्हें क्या मालूम कि हर गिरने वाला कतरा पानी नही होता।
  • तेरी जरूरत, तेरा इंतजार और ये तन्हा आलम;
    थक कर मुस्कुरा देते हैं, हम जब रो नहीं पाते।
  • आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम,
    ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हैं हम।
  • बहुत अजब होती हैं यादें यह मोहब्बत की,
    रोये थे जिन पलों में याद कर उन्हें हँसी आती है;
    और हँसे थे जिन पलों में अब याद कर उन्हें रोना आता है।
  • रात की गहराई आँखों में उतर आई, कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
    ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के, कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।
  • उसकी आँखों में कोई दुःख बसा है शायद;<br />
या मुझे खुद ही वहम सा हुआ है शायद;<br />
मैंने पूछा कि भूल गए हो तुम भी क्या;<br />
पोंछ कर आँसू आँख से उसने भी कहा शायद।Upload to Facebook
    उसकी आँखों में कोई दुःख बसा है शायद;
    या मुझे खुद ही वहम सा हुआ है शायद;
    मैंने पूछा कि भूल गए हो तुम भी क्या;
    पोंछ कर आँसू आँख से उसने भी कहा शायद।
  • क्या दुख है समुंदर को बता भी नहीं सकता;
    आँसू की तरह आँख तक आ भी नहीं सकता।
    ~ Wasim Barelvi