अश्क Hindi Shayari

  • आँसुओं को पलकों पे लाया मत कीजिये;
    दिल की बातें हर किसी को बताया न कीजिये;
    लोग मुट्ठी में नमक लिए फिरते हैं;
    अपना हर ज़ख़्म लोगों को दिखाया न कीजिये।
  • उनके ख्यालों ने कभी हमें खोने नहीं दिया;
    जुदाई के दर्द ने हमें कभी खामोश होने नहीं दिया;
    आँखे तो आज भी उनके इंतज़ार में रोती हैं;
    मगर उनकी मुस्कुराहट ने हमें आज भी रोने नहीं दिया।
  • आँख की ये एक हसरत थी कि बस पूरी हुई;
    आँसुओं में भीग जाने की हवस पूरी हुई;
    आ रही है जिस्म की दीवार गिरने की सदा;
    एक अजब ख्वाहिश थी जो अब के बरस पूरी हुई।
    ~ Shahryar
  • मेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसे,<br/>
अब दर्द इतना है कि सहा नहीं जाता;<br/>
मत रोक पलको से खुल कर छलकने दे;<br/>
अब यूं इन आँखों में थम कर रहा नहीं जाता।Upload to Facebook
    मेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसे,
    अब दर्द इतना है कि सहा नहीं जाता;
    मत रोक पलको से खुल कर छलकने दे;
    अब यूं इन आँखों में थम कर रहा नहीं जाता।
  • क्या आये तुम जो आये घडी दो घडी के बाद;
    सीने में होगी सांस अड़ी दो घडी के बाद;
    क्या रोका अपने गिर्ये को हम ने कि लग गयी;
    फिर वही आँसुओं की झड़ी दो घडी के बाद।
    ~ Sheikh Ibrahim Zauq
  • क्या देते किसी को मुस्कुराहट, हम अपने अश्कों से ज़ार-ज़ार थे;<br/>
क्या देते किसी को ज़िंदगी का तोहफा, हम तो अपनी मौत से बेज़ार थे।Upload to Facebook
    क्या देते किसी को मुस्कुराहट, हम अपने अश्कों से ज़ार-ज़ार थे;
    क्या देते किसी को ज़िंदगी का तोहफा, हम तो अपनी मौत से बेज़ार थे।
  • सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया;<br/>
खुद को तन्हाई के समंदर में डुबो दिया;<br/>
जो था मेरे कभी मुस्कुराने की वजह;<br/>
आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भिगो दिया।Upload to Facebook
    सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया;
    खुद को तन्हाई के समंदर में डुबो दिया;
    जो था मेरे कभी मुस्कुराने की वजह;
    आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भिगो दिया।
  • दिल की बात लबों पर लाकर अब तक हम दुःख सहते हैं;
    हम ने सुना था इस बस्ती में दिल वाले भी रहते हैं;
    बीत गया सावन का महीना मौसम ने नज़रें बदलीं;
    लेकिन इन प्यासी आँखों से अब तक आँसू बहते हैं।
    ~ Habib Jalib
  • मोहब्बत के सपने वो दिखाते बहुत हैं;
    रातों में वो हम को जगाते बहुत हैं;
    मैं आँखों में काजल लगाऊं तो कैसे;
    इन आँखों को वो रुलाते बहुत हैं।
  • दिल में हर राज़ दबा कर रखते हैं;
    होंठों पे मुस्कुराहट सज़ा के रखते हैं;
    यह दुनिया सिर्फ ख़ुशी में साथ देती है;
    इसलिए हम अपने आँसुओं को छुपा कर रखते हैं।