इश्क Hindi Shayari

  • कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;<br/>
एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!Upload to Facebook
    कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;
    एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • है मेरे पहलू में और मुझ को नज़र आता नहीं;<br/>
उस परी का सेहर यारो कुछ कहा जाता नहीं!<br/><br/>
* सेहर - सम्मोहन, जादूUpload to Facebook
    है मेरे पहलू में और मुझ को नज़र आता नहीं;
    उस परी का सेहर यारो कुछ कहा जाता नहीं!

    * सेहर - सम्मोहन, जादू
    ~ Waliullah Muhib
  • आँख पर-नमी मगर मुस्कुराहट मेरी;<br/>
कह रही थी कहानी मेरे इश्क़ की!Upload to Facebook
    आँख पर-नमी मगर मुस्कुराहट मेरी;
    कह रही थी कहानी मेरे इश्क़ की!
    ~ Aakif Ghani
  • जहाँ उन को उन के इशारों को देखा;<br/>
वहीं दिल की साज़िश के मारों को देखा!Upload to Facebook
    जहाँ उन को उन के इशारों को देखा;
    वहीं दिल की साज़िश के मारों को देखा!
    ~ Daur Afridi
  • हुए ज़लील तो इज़्ज़त की जुस्तुजू क्या है;<br/>
किया जो इश्क़ तो फिर पास-ए-आबरू क्या है!Upload to Facebook
    हुए ज़लील तो इज़्ज़त की जुस्तुजू क्या है;
    किया जो इश्क़ तो फिर पास-ए-आबरू क्या है!
    ~ Tahseen Dehlvi
  • फिर से तेरे नुक़ूश नज़र पे अयाँ हुए;<br/>
लो फिर विसाल-ए-यार के लम्हे जवाँ हुए!<br/><br/>
*नुक़ूश: रेखाएँ<br/>
*अयाँ: स्पष्ट, प्रत्यक्षUpload to Facebook
    फिर से तेरे नुक़ूश नज़र पे अयाँ हुए;
    लो फिर विसाल-ए-यार के लम्हे जवाँ हुए!

    *नुक़ूश: रेखाएँ
    *अयाँ: स्पष्ट, प्रत्यक्ष
    ~ Qamar Naqvi
  • दिल पे जज़्बों का राज है साहब;<br/>
इश्क़ अपना मिज़ाज है साहब!Upload to Facebook
    दिल पे जज़्बों का राज है साहब;
    इश्क़ अपना मिज़ाज है साहब!
    ~ Lubna Safdar
  • लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से;<br/>
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से!Upload to Facebook
    लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से;
    तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से!
    ~ Jaan Nisar Akhtar
  • उस की सूरत का तसव्वुर दिल में जब लाते हैं हम;<br/>
ख़ुद-ब-ख़ुद अपने से हमदम आप घबराते हैं हम!Upload to Facebook
    उस की सूरत का तसव्वुर दिल में जब लाते हैं हम;
    ख़ुद-ब-ख़ुद अपने से हमदम आप घबराते हैं हम!
    ~ Ghamgeen Dehlvi
  • जब मोहब्बत का किसी शय पे असर हो जाए;<br/>
एक वीरान मकाँ बोलता घर हो जाए!Upload to Facebook
    जब मोहब्बत का किसी शय पे असर हो जाए;
    एक वीरान मकाँ बोलता घर हो जाए!
    ~ Darvesh Bharti