ज़िन्दगी Hindi Shayari

  • ये ज़िंदगी भी अजब कारोबार है कि मुझे;<br/>
ख़ुशी है पाने की कोई न रंज खोने का!Upload to Facebook
    ये ज़िंदगी भी अजब कारोबार है कि मुझे;
    ख़ुशी है पाने की कोई न रंज खोने का!
    ~ Javed Akhtar
  • आत्मा तो हमेशा से जानती है कि सही क्या है;<br/>
चुनौती तो मन को समझाने की होती है!Upload to Facebook
    आत्मा तो हमेशा से जानती है कि सही क्या है;
    चुनौती तो मन को समझाने की होती है!
  • उन्हें कामयाबी में सुकून नजर आया तो वो दौड़ते गए,<br/>
हमें सुकून में कामयाबी दिखी तो हम ठहर गए;<br/>
ख्वाहिशों के बोझ में बशर तू क्या क्या कर रहा है,<br/>
इतना तो जीना भी नहीं जितना तू मर रहा है!Upload to Facebook
    उन्हें कामयाबी में सुकून नजर आया तो वो दौड़ते गए,
    हमें सुकून में कामयाबी दिखी तो हम ठहर गए;
    ख्वाहिशों के बोझ में बशर तू क्या क्या कर रहा है,
    इतना तो जीना भी नहीं जितना तू मर रहा है!
  • जिंदगी पेंसिल की तरह है,<br/>
रोज छोटी होती जा रही है!Upload to Facebook
    जिंदगी पेंसिल की तरह है,
    रोज छोटी होती जा रही है!
  • पहाड़ियों की तरह खामोश है, आज के संबंध और रिश्ते;<br/>
जब तक हम न पुकारें, उधर से आवाज ही नहीं आती!Upload to Facebook
    पहाड़ियों की तरह खामोश है, आज के संबंध और रिश्ते;
    जब तक हम न पुकारें, उधर से आवाज ही नहीं आती!
  • अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं;<br/>
रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं!Upload to Facebook
    अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं;
    रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं!
    ~ Nida Fazli
  • कभी कभी रिश्तों की कीमत वो लोग समझा देते है;<br/>
जिनसे हमारा कोई रिश्ता ही नहीं है!
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    कभी कभी रिश्तों की कीमत वो लोग समझा देते है;
    जिनसे हमारा कोई रिश्ता ही नहीं है!
  • हम तेरी धुन मैं परेशान ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी;<br/>
और तू हम से गुरेजा ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी;<br/>
तू कहीं साकी गली में खो गयी है और यहाँ;<br/>
डंस गया इंसान को इंसान ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी!Upload to Facebook
    हम तेरी धुन मैं परेशान ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी;
    और तू हम से गुरेजा ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी;
    तू कहीं साकी गली में खो गयी है और यहाँ;
    डंस गया इंसान को इंसान ज़िन्दगी-ऐ-ज़िन्दगी!
  • एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद;<br/>
दूसरा सपना देखने के हौसले को 'ज़िंदगी' कहते हैं!Upload to Facebook
    एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद;
    दूसरा सपना देखने के हौसले को 'ज़िंदगी' कहते हैं!
    ~ Gulzar
  • दिल खोल कर साँस ले, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर;<br/>
कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर!Upload to Facebook
    दिल खोल कर साँस ले, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर;
    कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर!