इश्क Hindi Shayari

  • अगर तुम्हें यकीन नहीं तो कहने को कुछ नहीं मेरे पास,<br/>
अगर तुम्हें यकीन हैं तो मुझे कुछ कहने की ज़रूरत नहीं।Upload to Facebook
    अगर तुम्हें यकीन नहीं तो कहने को कुछ नहीं मेरे पास,
    अगर तुम्हें यकीन हैं तो मुझे कुछ कहने की ज़रूरत नहीं।
  • हम उनके दिल पर राज़ करते थे,<br/>
मेरा दिल जिनका गुलाम आज भी है।Upload to Facebook
    हम उनके दिल पर राज़ करते थे,
    मेरा दिल जिनका गुलाम आज भी है।
  • याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ,<br/>
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।Upload to Facebook
    याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ,
    भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।
    ~ Jamaal Ehsani
  • जिस को जाना ही नहीं उस को ख़ुदा कैसे कहें;<br/>
और जिसे जान लिया हो वो ख़ुदा कैसे हो।Upload to Facebook
    जिस को जाना ही नहीं उस को ख़ुदा कैसे कहें;
    और जिसे जान लिया हो वो ख़ुदा कैसे हो।
    ~ Shehzad Ahmed
  • रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,<br/>
मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत मेरी। Upload to Facebook
    रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,
    मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत मेरी।
    ~ Jaleel Manikpuri
  • बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाह,<br/>
जी में कहते हैं कि मुफ़्त आए तो माल अच्छा है।Upload to Facebook
    बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाह,
    जी में कहते हैं कि मुफ़्त आए तो माल अच्छा है।
    ~ Mirza Ghalib
  • कुछ इस अदा से आज वो पहलू-नशीं रहे,<br/>
जब तक हमारे पास रहे हम नहीं रहे।Upload to Facebook
    कुछ इस अदा से आज वो पहलू-नशीं रहे,
    जब तक हमारे पास रहे हम नहीं रहे।
    ~ Jigar Moradabadi
  • उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया,<br/>
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया। Upload to Facebook
    उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया,
    देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया।
    ~ Meer Taqi Meer
  • ये तो नहीं कि तुम सा जहान में हसीन नहीं,<br/>
इस दिल का क्या करूँ ये बहलता कहीं नहीं।Upload to Facebook
    ये तो नहीं कि तुम सा जहान में हसीन नहीं,
    इस दिल का क्या करूँ ये बहलता कहीं नहीं।
    ~ Daagh Dehlvi
  • चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो,<br/>
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो,<br/>
जिंदगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो,<br/>
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।Upload to Facebook
    चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो,
    झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो,
    जिंदगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो,
    मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।