इश्क Hindi Shayari

  • वो मुलाक़ात कुछ अधूरी सी लगी;<br />
पास होकर भी कुछ दूरी सी लगी;<br />
होंठों पे हँसी आँखों में नमी;<br />
पहली बार किसी की चाहत ज़रूरी सी लगी।Upload to Facebook
    वो मुलाक़ात कुछ अधूरी सी लगी;
    पास होकर भी कुछ दूरी सी लगी;
    होंठों पे हँसी आँखों में नमी;
    पहली बार किसी की चाहत ज़रूरी सी लगी।
  • आँखों में बस बसी है सूरत आपकी;<br />
दिल में छुपी है मूरत आपकी;<br />
महसूस होता है जीने के लिए;<br />
हमें तो बस है ज़रूरत आपकी।Upload to Facebook
    आँखों में बस बसी है सूरत आपकी;
    दिल में छुपी है मूरत आपकी;
    महसूस होता है जीने के लिए;
    हमें तो बस है ज़रूरत आपकी।
  • ग़म्ज़ा नहीं होता कि इशारा नहीं होता;
    आँख उन से जो मिलती है तो क्या क्या नहीं होता।
    ~ Akbar Allahabadi
  • दो कदम चलने के लिए साथ माँगा है;<br />
बस पल दो पल के लिए प्यार माँगा है;<br />
हम समझते हैं उसकी मज़बूरियों को;<br />
इसलिए उसे उसकी मज़बूरियों के साथ माँगा है।Upload to Facebook
    दो कदम चलने के लिए साथ माँगा है;
    बस पल दो पल के लिए प्यार माँगा है;
    हम समझते हैं उसकी मज़बूरियों को;
    इसलिए उसे उसकी मज़बूरियों के साथ माँगा है।
  • मैं तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती;
    मैं जवाब बनता अगर तू सवाल होती;
    सब जानते है मैं शरब नहीं पीता;
    मगर मैं भी पी लेता अगर तू शराब होती।
  • दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया;<br />
लोगों ने हमसे पूछा कि तुम्हें क्या हो गया;<br />
बेकरार आँखों से सिर्फ हँस के रह गए;<br />
ये भी ना कह सके कि हमें प्यार हो गया।Upload to Facebook
    दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया;
    लोगों ने हमसे पूछा कि तुम्हें क्या हो गया;
    बेकरार आँखों से सिर्फ हँस के रह गए;
    ये भी ना कह सके कि हमें प्यार हो गया।
  • मुँह की बात सुने हर कोई दिल के दर्द को जाने कौन;
    आवाजों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन;
    सदियों सदियों वही तमाशा रस्ता रस्ता लम्बी खोज;
    लेकिन जब हम मिल जाते हैं खो जाता है जाने कौन।
    ~ Noshi Gilani
  • मैं यूँ भी एहतियातन उस गली से कम गुज़रता हूँ;
    कोई मासूम क्यों मेरे लिए बदनाम हो जाए।
    ~ Bashir Badr
  • चलो उसका नही तो खुदा का एहसान लेते हैं;<br />
वो मिन्नत से ना माना तो मन्नत से मांग लेते हैं।Upload to Facebook
    चलो उसका नही तो खुदा का एहसान लेते हैं;
    वो मिन्नत से ना माना तो मन्नत से मांग लेते हैं।
  • भेज दी तस्वीर अपनी उन को ये लिख कर 'शकील';
    आप की मर्ज़ी है चाहे जिस नज़र से देखिए।
    ~ Shakeel Badayuni