Hindi Shayari

  • धीमे सुरों में कोई मधुर गीत छेड़िए;<br/>
ठहरी हुई हवाओं में जादू बिखेरिए!Upload to Facebook
    धीमे सुरों में कोई मधुर गीत छेड़िए;
    ठहरी हुई हवाओं में जादू बिखेरिए!
    ~ Parveen Shakir
  • बहाने और भी होते जो ज़िंदगी के लिए;<br/>
हम एक बार तेरी आरज़ू भी खो देते!Upload to Facebook
    बहाने और भी होते जो ज़िंदगी के लिए;
    हम एक बार तेरी आरज़ू भी खो देते!
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • मैं कश्ती में अकेला तो नहीं हूँ;<br/>

मेरे हमराह दरिया जा रहा है!Upload to Facebook
    मैं कश्ती में अकेला तो नहीं हूँ;
    मेरे हमराह दरिया जा रहा है!
    ~ Ahmad Nadeem Qasmi
  • दिल पर चोट पड़ी है तब तो आह लबों तक आई है;<br/>

यूँ ही छन से बोल उठना तो शीशे का दस्तूर नहीं!Upload to Facebook
    दिल पर चोट पड़ी है तब तो आह लबों तक आई है;
    यूँ ही छन से बोल उठना तो शीशे का दस्तूर नहीं!
    ~ Andaleeb Shadani
  • रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा ही नहीं;<br/>

अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए!Upload to Facebook
    रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा ही नहीं;
    अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए!
    ~ Anand Narayan Mulla
  • बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता;<br/>
जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नहीं जाता!Upload to Facebook
    बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता;
    जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नहीं जाता!
    ~ Nida Fazli
  • इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही;<br/>
दर्द कम हो या ज्यादा हो मगर हो तो सही!Upload to Facebook
    इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही;
    दर्द कम हो या ज्यादा हो मगर हो तो सही!
    ~ Jalal Lakhnavi
  • ये इल्तिजा दुआ ये तमन्ना फ़िज़ूल है;<br/>
सूखी नदी के पास समुंदर न जाएगा!Upload to Facebook
    ये इल्तिजा दुआ ये तमन्ना फ़िज़ूल है;
    सूखी नदी के पास समुंदर न जाएगा!
    ~ Hayat Lakhnavi
  • अभी राह में कई मोड़ है कोई आएगा कोई जाएगा;<br/>
तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो!Upload to Facebook
    अभी राह में कई मोड़ है कोई आएगा कोई जाएगा;
    तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो!
    ~ Bashir Badr
  • हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल;<br/>
दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है!Upload to Facebook
    हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल;
    दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है!
    ~ Daagh Dehlvi