अश्क Hindi Shayari

  • वैसे तो एक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए;<br />
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!Upload to Facebook
    वैसे तो एक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए;
    ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!
    ~ Wasim Barelvi
  • और कुछ तोहफ़ा न था जो लाते हम तेरे नियाज़;</br>
एक दो आँसू थे आँखों में सो भर लाएँ हैं हम!</br>
*नियाज़ : इच्छा, दर्शनUpload to Facebook
    और कुछ तोहफ़ा न था जो लाते हम तेरे नियाज़;
    एक दो आँसू थे आँखों में सो भर लाएँ हैं हम!
    *नियाज़ : इच्छा, दर्शन
  • तुझ सा कोई जहान में नाज़ुक-बदन कहाँ;</br>
ये पंखुड़ी से होंठ ये गुल सा बदन कहाँ!Upload to Facebook
    तुझ सा कोई जहान में नाज़ुक-बदन कहाँ;
    ये पंखुड़ी से होंठ ये गुल सा बदन कहाँ!
    ~ Lala Madhav Ram Jauhar
  • मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है;</br>
उम्र का बेहतरीन हिस्सा है!Upload to Facebook
    मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है;
    उम्र का बेहतरीन हिस्सा है!
    ~ Josh Malihabadi
  • भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;</br>
जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!Upload to Facebook
    भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;
    जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँ ही आँखें;<br />
उदास होने का कोई सबब नहीं होता!Upload to Facebook
    कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँ ही आँखें;
    उदास होने का कोई सबब नहीं होता!
    ~ Bashir Badr
  • रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा ही नहीं;<br/>

अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए!Upload to Facebook
    रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा ही नहीं;
    अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए!
    ~ Anand Narayan Mulla
  • आँखें ख़ुदा ने बख़्शी हैं रोने के वास्ते;<br/>
दो कश्तियाँ मिली हैं डुबोने के वास्ते!Upload to Facebook
    आँखें ख़ुदा ने बख़्शी हैं रोने के वास्ते;
    दो कश्तियाँ मिली हैं डुबोने के वास्ते!
    ~ Muneer Shikohabadi
  • आँखों में नमी सी है चुप चुप से वो बैठे हैं;<br/>
नाज़ुक सी निगाहों में नाज़ुक सा फ़साना है!Upload to Facebook
    आँखों में नमी सी है चुप चुप से वो बैठे हैं;
    नाज़ुक सी निगाहों में नाज़ुक सा फ़साना है!
    ~ Jigar Moradabadi
  • सोचता हूँ मैं कि कुछ इस तरह रोना चाहिए;<br/>
अपने अश्कों से तेरा दामन भिगोना चाहिए!Upload to Facebook
    सोचता हूँ मैं कि कुछ इस तरह रोना चाहिए;
    अपने अश्कों से तेरा दामन भिगोना चाहिए!
    ~ Sabihuddin Shaibi