अन्य Hindi Shayari

  • ख़्वाब होते हैं देखने के लिए;</br>
उन में जा कर मगर रहा न करो!Upload to Facebook
    ख़्वाब होते हैं देखने के लिए;
    उन में जा कर मगर रहा न करो!
    ~ Munir Niazi
  • मैं बोलता हूँ तो इल्ज़ाम है बग़ावत का;</br>
मैं चुप रहूँ तो बड़ी बेबसी सी होती है!Upload to Facebook
    मैं बोलता हूँ तो इल्ज़ाम है बग़ावत का;
    मैं चुप रहूँ तो बड़ी बेबसी सी होती है!
    ~ Bashir Badr
  • अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है;</br>
इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है!Upload to Facebook
    अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है;
    इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है!
    ~ Divakar Rahi
  • अगर बदल न दिया आदमी ने दुनिया को;</br>
तो जान लो कि यहाँ आदमी की ख़ैर नहीं!Upload to Facebook
    अगर बदल न दिया आदमी ने दुनिया को;
    तो जान लो कि यहाँ आदमी की ख़ैर नहीं!
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है;</br>
ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है!Upload to Facebook
    पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है;
    ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है!
    ~ Bashir Badr
  • सवाल करती कई आँखें मुंतज़िर हैं यहाँ;</br>
जवाब आज भी हम सोच कर नहीं आए!Upload to Facebook
    सवाल करती कई आँखें मुंतज़िर हैं यहाँ;
    जवाब आज भी हम सोच कर नहीं आए!
    ~ Aashufta Changezi
  • अपने होने का कुछ एहसास न होने से हुआ;</br>
ख़ुद से मिलना मेरा एक शख़्स के खोने से हुआ!Upload to Facebook
    अपने होने का कुछ एहसास न होने से हुआ;
    ख़ुद से मिलना मेरा एक शख़्स के खोने से हुआ!
    ~ Musavvir Sabzwari
  • दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़;</br>
अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर तरफ़!Upload to Facebook
    दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़;
    अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर तरफ़!
    ~ Shabab Lalit
  • पहाड़ काटने वाले ज़मीन से हार गए;</br>
इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या क्या!Upload to Facebook
    पहाड़ काटने वाले ज़मीन से हार गए;
    इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या क्या!
    ~ Yagana Changezi
  • आज फिर मुझ से कहा दरिया ने;</br>
क्या इरादा है बहा ले जाऊँ!Upload to Facebook
    आज फिर मुझ से कहा दरिया ने;
    क्या इरादा है बहा ले जाऊँ!
    ~ Mohammed Alvi