Hindi Shayari

  • और इस से पहले कि साबित हो जुर्म-ए-ख़ामोशी;</br>
हम अपनी राय का इज़हार करना चाहते हैं!Upload to Facebook
    और इस से पहले कि साबित हो जुर्म-ए-ख़ामोशी;
    हम अपनी राय का इज़हार करना चाहते हैं!
    ~ Saleem Kausar
  • कभी मेरी तलब कच्चे घड़े पर पार उतरती है;</br>
कभी महफ़ूज़ कश्ती में सफ़र करने से डरता हूँ!Upload to Facebook
    कभी मेरी तलब कच्चे घड़े पर पार उतरती है;
    कभी महफ़ूज़ कश्ती में सफ़र करने से डरता हूँ!
  • दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते;
अब कोई शिकवा हम नहीं करते!Upload to Facebook
    दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते; अब कोई शिकवा हम नहीं करते!
    ~ Jaun Elia
  • उसे बेचैन कर जाऊँगा मैं भी;
ख़मोशी से गुज़र जाऊँगा मैं भी!Upload to Facebook
    उसे बेचैन कर जाऊँगा मैं भी; ख़मोशी से गुज़र जाऊँगा मैं भी!
    ~ Ameer Qazalbash
  • झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए;</br>
और मैं था कि सच बोलता रह गया!Upload to Facebook
    झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए;
    और मैं था कि सच बोलता रह गया!
    ~ Wasim Barelvi
  • ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा;</br>
जा चुकी है बहार चुप हो जा!Upload to Facebook
    ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा;
    जा चुकी है बहार चुप हो जा!
    ~ Saghar Siddiqui
  • शायरी झूठ सही इश्क़ फ़साना ही सही;</br>
ज़िंदा रहने के लिए कोई बहाना ही सही!Upload to Facebook
    शायरी झूठ सही इश्क़ फ़साना ही सही;
    ज़िंदा रहने के लिए कोई बहाना ही सही!
    ~ Samina Raja
  • ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ;</br>
अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया!Upload to Facebook
    ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ;
    अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया!
    ~ Nasir Kazmi
  • एक ऐसा भी वक़्त होता है;</br>
मुस्कुराहट भी आह होती है!Upload to Facebook
    एक ऐसा भी वक़्त होता है;
    मुस्कुराहट भी आह होती है!
    ~ Jigar Moradabadi
  • उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में;</br>
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते!Upload to Facebook
    उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में;
    फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते!
    ~ Bashir Badr