गिला शिकवा Hindi Shayari

  • कुछ तर्ज़-ए-सितम भी है कुछ अंदाज़-ए-वफ़ा भी;<br/>
खुलता नहीं हाल उन की तबियत का ज़रा भी।Upload to Facebook
    कुछ तर्ज़-ए-सितम भी है कुछ अंदाज़-ए-वफ़ा भी;
    खुलता नहीं हाल उन की तबियत का ज़रा भी।
    ~ Akbar Allahabadi
  • बेखबर से रहते हो, खबर भी रखते हो;<br/>
बात भी नहीं करते और प्यार भी करते हो!Upload to Facebook
    बेखबर से रहते हो, खबर भी रखते हो;
    बात भी नहीं करते और प्यार भी करते हो!
  • हर-चंद ऐतबार में धोखे भी हैं मगर;<br/>
ये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए!Upload to Facebook
    हर-चंद ऐतबार में धोखे भी हैं मगर;
    ये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए!
    ~ Jaan Nisar Akhtar
  • इक जहाँ है जिसका मुश्ताक-ए-जमाल;<br/>
सख्त हैरत है, वह क्यों रूपोश है!Upload to Facebook
    इक जहाँ है जिसका मुश्ताक-ए-जमाल;
    सख्त हैरत है, वह क्यों रूपोश है!
    ~ Hasrat Mohani
  • सख्तियां करता हूँ दिल पर गैर से गाफिल हूँ मैं;<br/>
हाय क्या अच्छी कही जालिम हूँ, जाहिल हूँ मैं!<br/><br/>
Meaning:<br/>
गाफिल - अनजानUpload to Facebook
    सख्तियां करता हूँ दिल पर गैर से गाफिल हूँ मैं;
    हाय क्या अच्छी कही जालिम हूँ, जाहिल हूँ मैं!

    Meaning:
    गाफिल - अनजान
    ~ Allama Iqbal
  • मुझ पर इल्ज़ाम झूठा है दोस्तों;<br/>
मोहब्बत की नहीं... हो गयी थी!Upload to Facebook
    मुझ पर इल्ज़ाम झूठा है दोस्तों;
    मोहब्बत की नहीं... हो गयी थी!
  • मै दीपक हूँ, मेरी दुश्मनी तो सिर्फ़ अंधेरे से है;<br/>
हवा तो बेवजह ही मेरे ख़िलाफ़ है।<br/>
हवा से कह दो कि खुद को आज़मा के दिखाए;<br/>
बहुत दीपक बुझाती है कभी जला के दिखाए।Upload to Facebook
    मै दीपक हूँ, मेरी दुश्मनी तो सिर्फ़ अंधेरे से है;
    हवा तो बेवजह ही मेरे ख़िलाफ़ है।
    हवा से कह दो कि खुद को आज़मा के दिखाए;
    बहुत दीपक बुझाती है कभी जला के दिखाए।
  • अहमियत यहाँ हैसियत को मिलती है;<br/>
हम है कि, जज्बात लिए फिरते हैं।Upload to Facebook
    अहमियत यहाँ हैसियत को मिलती है;
    हम है कि, जज्बात लिए फिरते हैं।
  • जादू है या तिलिस्म है तुम्हारी जुबान में;<br/><br/>
तुम झूठ कह रहे थे, मुझे ऐतबार था।<br/><br/>

Meaning:<br/>
तिलिस्म - माया, इंद्रजाल, जादू, दृष्टिबंध, नजरबंदीUpload to Facebook
    जादू है या तिलिस्म है तुम्हारी जुबान में;

    तुम झूठ कह रहे थे, मुझे ऐतबार था।

    Meaning:
    तिलिस्म - माया, इंद्रजाल, जादू, दृष्टिबंध, नजरबंदी
    ~ Bekhud Dehlvi
  • प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं;<br/>
कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं;<br/>
बेरुखी इससे बड़ी और भला क्या होगी;<br/>
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं।Upload to Facebook
    प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं;
    कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं;
    बेरुखी इससे बड़ी और भला क्या होगी;
    एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं।