Hindi Shayari

  • गुनाह गिन के मैं क्यों अपने दिल को छोटा करूँ;</br>
सुना है तेरे करम का कोई हिसाब नहीं!Upload to Facebook
    गुनाह गिन के मैं क्यों अपने दिल को छोटा करूँ;
    सुना है तेरे करम का कोई हिसाब नहीं!
    ~ Yagana Changezi
  • दिल पे कुछ और गुज़रती है मगर क्या कीजे;</br>
लफ़्ज़ कुछ और ही इज़हार किए जाते हैं!Upload to Facebook
    दिल पे कुछ और गुज़रती है मगर क्या कीजे;
    लफ़्ज़ कुछ और ही इज़हार किए जाते हैं!
    ~ Jaleel Aali
  • मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है;</br>
उम्र का बेहतरीन हिस्सा है!Upload to Facebook
    मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है;
    उम्र का बेहतरीन हिस्सा है!
    ~ Josh Malihabadi
  • मैंने देखा है बहारों में चमन को जलते;</br>
है कोई ख़्वाब की ताबीर बताने वाला!Upload to Facebook
    मैंने देखा है बहारों में चमन को जलते;
    है कोई ख़्वाब की ताबीर बताने वाला!
    ~ Ahmad Faraz
  • दिल में एक दर्द उठा आँखों में आँसू भर आए;</br>
बैठे बैठे हमें क्या जानिए क्या याद आया!Upload to Facebook
    दिल में एक दर्द उठा आँखों में आँसू भर आए;
    बैठे बैठे हमें क्या जानिए क्या याद आया!
    ~ Wazir Ali Saba Lakhnavi
  • दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है;</br>
जो किसी और का होने दे न अपना रखे!</br></br>
*वाबस्ता: संबंधित, जुड़ा हुआUpload to Facebook
    दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है;
    जो किसी और का होने दे न अपना रखे!

    *वाबस्ता: संबंधित, जुड़ा हुआ
    ~ Ahmad Faraz
  • दोस्ती की तुम ने दुश्मन से अजब तुम दोस्त हो;</br>
मैं तुम्हारी दोस्ती में मेहरबान मारा गया!Upload to Facebook
    दोस्ती की तुम ने दुश्मन से अजब तुम दोस्त हो;
    मैं तुम्हारी दोस्ती में मेहरबान मारा गया!
    ~ Imdad Imam Asar
  • ग़म-ए-ज़माना ने मजबूर कर दिया वर्ना;</br>
ये आरज़ू थी कि बस तेरी आरज़ू करते!Upload to Facebook
    ग़म-ए-ज़माना ने मजबूर कर दिया वर्ना;
    ये आरज़ू थी कि बस तेरी आरज़ू करते!
    ~ Akhtar Sheerani
  • दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से;</br>
इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से!Upload to Facebook
    दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से;
    इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से!
  • आशिक़ी में बहुत ज़रूरी है;</br>
बेवफ़ाई कभी कभी करना!Upload to Facebook
    आशिक़ी में बहुत ज़रूरी है;
    बेवफ़ाई कभी कभी करना!
    ~ Bashir Badr