अन्य Hindi Shayari

  • मेरा बचपन भी साथ ले आया;</br>
गाँव से जब भी आ गया कोई!Upload to Facebook
    मेरा बचपन भी साथ ले आया;
    गाँव से जब भी आ गया कोई!
    ~ Kaifi Azmi
  • क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में;</br>
जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं!Upload to Facebook
    क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में;
    जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं!
    ~ Jaun Elia
  • जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई;</br>
दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई!Upload to Facebook
    जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई;
    दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई!
    ~ Shakeel Badayuni
  • लोग नज़रों को भी पढ़ लेते हैं;</br>
अपनी आँखों को झुकाए रखना;Upload to Facebook
    लोग नज़रों को भी पढ़ लेते हैं;
    अपनी आँखों को झुकाए रखना;
  • दुआ को हाथ उठाते हुए लरज़ता हूँ;</br>
कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए!</br></br>
*लरज़ता: Waver, Shake, Quiver  Upload to Facebook
    दुआ को हाथ उठाते हुए लरज़ता हूँ;
    कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए!

    *लरज़ता: Waver, Shake, Quiver
    ~ Iftikhar Arif
  • समेट ले गए सब रहमतें कहाँ मेहमान;</br>
मकान काटता फिरता है मेज़बानों को!Upload to Facebook
    समेट ले गए सब रहमतें कहाँ मेहमान;
    मकान काटता फिरता है मेज़बानों को!
    ~ Asif Saqib
  • घर के बाहर ढूँढता रहता हूँ दुनिया;</br>
घर के अंदर दुनिया-दारी रहती है!Upload to Facebook
    घर के बाहर ढूँढता रहता हूँ दुनिया;
    घर के अंदर दुनिया-दारी रहती है!
    ~ Rahat Indori
  • किसी को क्या ख़बर ऐ सुब्ह वक़्त-ए-शाम क्या होगा;</br>
ख़ुदा जाने तेरे आग़ाज़ का अंजाम क्या होगा!Upload to Facebook
    किसी को क्या ख़बर ऐ सुब्ह वक़्त-ए-शाम क्या होगा;
    ख़ुदा जाने तेरे आग़ाज़ का अंजाम क्या होगा!
    ~ Shad Azimabadi
  • दिल है क़दमों पर किसी के सिर झुका हो या न हो;</br>
बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो!Upload to Facebook
    दिल है क़दमों पर किसी के सिर झुका हो या न हो;
    बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो!
    ~ Jigar Moradabadi
  • ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था;</br>
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते!Upload to Facebook
    ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था;
    हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते!
    ~ Saqib Lakhnavi