तेरे आने की जब ख़बर महके; तेरी ख़ुशबू से सारा घर महके! |
एक दीवाने को जो आए हैं समझाने कई; पहले मैं दीवाना था और अब हैं दीवाने कई! |
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम; जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम! |
तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो; तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है! |
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो; आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना! |
हर इश्क़ का वक़्त होता है; वह हमारा वक़्त नहीं था; पर इसका मतलब यह नहीं कि वह इश्क़ नहीं था! |
कभू रोना कभू हँसना कभू हैरान हो जाना; मोहब्बत क्या भले-चंगे को दीवाना बनाती है! |
अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए; अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए! |
लफ्ज पूरे `ढाई` ही थे; कभी 'प्यार' बन गए तो कभी 'ख्वाब'! |
चालाकियां नहीं आतीं मुझे, तुझे रिझाने की; मेरी सादगी पसंद आये तो बात आगे बढ़ाना! |