Hindi Shayari

  • फिर याद बहुत आएगी ज़ुल्फ़ों की घनी शाम;</br>
जब धूप में साया कोई सिर पर न मिलेगा!Upload to Facebook
    फिर याद बहुत आएगी ज़ुल्फ़ों की घनी शाम;
    जब धूप में साया कोई सिर पर न मिलेगा!
    ~ Bashir Badr
  • पहाड़ काटने वाले ज़मीन से हार गए;</br>
इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या क्या!Upload to Facebook
    पहाड़ काटने वाले ज़मीन से हार गए;
    इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या क्या!
    ~ Yagana Changezi
  • मानी हैं मैंने सैकड़ों बातें तमाम उम्र;</br>
आज आप एक बात मेरी मान जाइए!Upload to Facebook
    मानी हैं मैंने सैकड़ों बातें तमाम उम्र;
    आज आप एक बात मेरी मान जाइए!
    ~ Amir Meenai
  • सो देख कर तेरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया;</br>
कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी!Upload to Facebook
    सो देख कर तेरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया;
    कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी!
    ~ Ahmad Faraz
  • बताऊँ किस हवाले से उन्हें बैराग का मतलब;</br>
जो तारे पूछते हैं रात को घर क्यों नहीं जाता!Upload to Facebook
    बताऊँ किस हवाले से उन्हें बैराग का मतलब;
    जो तारे पूछते हैं रात को घर क्यों नहीं जाता!
    ~ Prabudha Saurabh
  • भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;</br>
जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!Upload to Facebook
    भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;
    जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • वो चेहरा किताबी रहा सामने;</br>
बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई!Upload to Facebook
    वो चेहरा किताबी रहा सामने;
    बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई!
    ~ Bashir Badr
  • जो दिल को है ख़बर कहीं मिलती नहीं ख़बर;</br>
हर सुब्ह एक अज़ाब है अख़बार देखना!Upload to Facebook
    जो दिल को है ख़बर कहीं मिलती नहीं ख़बर;
    हर सुब्ह एक अज़ाब है अख़बार देखना!
    ~ Obaidullah Aleem
  • पहले इसमें एक अदा थी नाज़ था अंदाज़ था;</br>
रूठना अब तो तेरी आदत में शामिल हो गया!Upload to Facebook
    पहले इसमें एक अदा थी नाज़ था अंदाज़ था;
    रूठना अब तो तेरी आदत में शामिल हो गया!
    ~ Agha Shayar Qazalbash
  • आँखें दिखलाते हो जोबन तो दिखाओ साहब;</br>
वो अलग बाँध के रखा है जो माल अच्छा है!Upload to Facebook
    आँखें दिखलाते हो जोबन तो दिखाओ साहब;
    वो अलग बाँध के रखा है जो माल अच्छा है!
    ~ Amir Meenai