Hindi Shayari

  • किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती;</br>
है यही एक ख़राबी मेरी तन्हाई की!Upload to Facebook
    किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती;
    है यही एक ख़राबी मेरी तन्हाई की!
    ~ Farhat Ehsas
  • ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया;</br>
झूठी क़सम से आप का ईमान तो गया!Upload to Facebook
    ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया;
    झूठी क़सम से आप का ईमान तो गया!
    ~ Daagh Dehlvi
  • सोचता हूँ कि उस की याद आख़िर;</br>
अब किसे रात भर जगाती है!Upload to Facebook
    सोचता हूँ कि उस की याद आख़िर;
    अब किसे रात भर जगाती है!
    ~ Jaun Elia
  • हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर;</br>
पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख!Upload to Facebook
    हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर;
    पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख!
    ~ Mohammed Alvi
  • ख़्वाब ही ख़्वाब कब तलक देखूँ;</br>
काश तुझ को भी इक झलक देखूँ!Upload to Facebook
    ख़्वाब ही ख़्वाब कब तलक देखूँ;
    काश तुझ को भी इक झलक देखूँ!
    ~ Obaidullah Aleem
  • मुद्दत से ख़्वाब में भी नहीं नींद का ख़याल;</br>
हैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतज़ार है!Upload to Facebook
    मुद्दत से ख़्वाब में भी नहीं नींद का ख़याल;
    हैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतज़ार है!
    ~ Shaikh Zahuruddin Hatim
  • दिल में वो भीड़ है कि ज़रा भी नहीं जगह;</br>
आप आइए मगर कोई अरमाँ निकाल के!Upload to Facebook
    दिल में वो भीड़ है कि ज़रा भी नहीं जगह;
    आप आइए मगर कोई अरमाँ निकाल के!
    ~ Jaleel Manikpuri
  • ये दिल का दर्द तो उम्रों का रोग है प्यारे;</br>
सो जाए भी तो पहर दो पहर को जाता है!Upload to Facebook
    ये दिल का दर्द तो उम्रों का रोग है प्यारे;
    सो जाए भी तो पहर दो पहर को जाता है!
    ~ Ahmad Faraz
  • तोड़ कर आज ग़लत-फ़हमी की दीवारों को;</br>
दोस्तो अपने ताल्लुक को सँवारा जाए!</br></br>
* ताल्लुक : संबंधUpload to Facebook
    तोड़ कर आज ग़लत-फ़हमी की दीवारों को;
    दोस्तो अपने ताल्लुक को सँवारा जाए!

    * ताल्लुक : संबंध
  • मेरा बचपन भी साथ ले आया;</br>
गाँव से जब भी आ गया कोई!Upload to Facebook
    मेरा बचपन भी साथ ले आया;
    गाँव से जब भी आ गया कोई!
    ~ Kaifi Azmi