इंतजार Hindi Shayari

  • अब कौन मुंतज़िर है हमारे लिए वहाँ;</br>
शाम आ गयी है लौट के घर जाएँ हम तो क्या!</br></br>
* मुंतज़िर: Expectant, One who waitsUpload to Facebook
    अब कौन मुंतज़िर है हमारे लिए वहाँ;
    शाम आ गयी है लौट के घर जाएँ हम तो क्या!

    * मुंतज़िर: Expectant, One who waits
    ~ Munir Niazi
  • सब्र पर दिल को तो आमादा किया है लेकिन;</br>
होश उड़ जाते हैं अब भी तेरी आवाज़ के साथ!Upload to Facebook
    सब्र पर दिल को तो आमादा किया है लेकिन;
    होश उड़ जाते हैं अब भी तेरी आवाज़ के साथ!
    ~ Aasi Uldani
  • मुझ से नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे;</br>
कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए!Upload to Facebook
    मुझ से नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे;
    कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए!
    ~ Iftikhar Naseem
  • न कोई वादा न कोई यकीन न कोई उम्मीद;<br/>
मगर हमें तो तेरा इंतज़ार करना था!Upload to Facebook
    न कोई वादा न कोई यकीन न कोई उम्मीद;
    मगर हमें तो तेरा इंतज़ार करना था!
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के;<br/>
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के!Upload to Facebook
    एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के;
    अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के!
    ~ Farhat Ehsas
  • ये कैसा नशा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ;<br/>
तू आ के जा भी चुका है मैं इंतज़ार में हूँ!Upload to Facebook
    ये कैसा नशा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ;
    तू आ के जा भी चुका है मैं इंतज़ार में हूँ!
    ~ Muneer Niyazi
  • एक तेरा आसरा है फ़क़त ऐ ख़याल-ए-दोस्त;<br/>
सब बुझ गए चिराग़ शब-ए-इंतज़ार में!Upload to Facebook
    एक तेरा आसरा है फ़क़त ऐ ख़याल-ए-दोस्त;
    सब बुझ गए चिराग़ शब-ए-इंतज़ार में!
    ~ Figar Unnavi
  • आधी से ज़्यादा शब-ए-ग़म काट चुका हूँ;<br/>
अब भी अगर आ जाओ तो ये रात बड़ी है!Upload to Facebook
    आधी से ज़्यादा शब-ए-ग़म काट चुका हूँ;
    अब भी अगर आ जाओ तो ये रात बड़ी है!
    ~ Saqib Lakhnavi
  • कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा;<br/>
मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा!Upload to Facebook
    कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा;
    मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा!
    ~ Kaif Bhopali
  • वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा;<br/>
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं!Upload to Facebook
    वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा;
    तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं!
    ~ Farhat Ehsas