ज़िन्दगी Hindi Shayari

  • धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो;<br/>
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो!Upload to Facebook
    धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो;
    ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो!
    ~ Nida Fazli
  • ज़िंदगी क्या जो बसर हो चैन से;<br/>
दिल में थोड़ी सी तमन्ना चाहिए!Upload to Facebook
    ज़िंदगी क्या जो बसर हो चैन से;
    दिल में थोड़ी सी तमन्ना चाहिए!
    ~ Jaleel Manikpuri
  • तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है;<br/>
ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती!Upload to Facebook
    तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है;
    ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती!
    ~ Akhtar Saeed Khan
  • जो गुज़ारी न जा सकी हम से;<br/>

हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है!Upload to Facebook
    जो गुज़ारी न जा सकी हम से;
    हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है!
    ~ Jaun Elia
  • मौत का भी इलाज हो शायद;<br/>
ज़िंदगी का कोई इलाज नहीं!Upload to Facebook
    मौत का भी इलाज हो शायद;
    ज़िंदगी का कोई इलाज नहीं!
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • बड़ी आरज़ू थी हम को नए ख़्वाब देखने की;<br/>
सो अब अपनी ज़िंदगी में नए ख़्वाब भर रहे हैं!Upload to Facebook
    बड़ी आरज़ू थी हम को नए ख़्वाब देखने की;
    सो अब अपनी ज़िंदगी में नए ख़्वाब भर रहे हैं!
    ~ Obaidullah Aleem
  • दर्द ऐसा है कि जी चाहे है जिंदा रहिए;<br/>
ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है!Upload to Facebook
    दर्द ऐसा है कि जी चाहे है जिंदा रहिए;
    ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है!
    ~ Kaleem Aajiz
  • मैं हूँ हैरान ये सिलसिला क्या है;<br/>
आइना मुझ में ढूँढता क्या है!Upload to Facebook
    मैं हूँ हैरान ये सिलसिला क्या है;
    आइना मुझ में ढूँढता क्या है!
    ~ Aas Fatmi
  • जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है;<br/>
दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है!Upload to Facebook
    जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है;
    दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है!
  • सब को फिक्र है ख़ुद को सही साबित करने की;<br/>
ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं कोई इल्ज़ाम हो जैसे!Upload to Facebook
    सब को फिक्र है ख़ुद को सही साबित करने की;
    ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं कोई इल्ज़ाम हो जैसे!