जुदाई Hindi Shayari

  • क्यों चलते चलते रुक गए वीरान रास्तो;</br>
तन्हा हूँ आज मैं ज़रा घर तक तो साथ दो!Upload to Facebook
    क्यों चलते चलते रुक गए वीरान रास्तो;
    तन्हा हूँ आज मैं ज़रा घर तक तो साथ दो!
    ~ Adil Mansuri
  • आँखें खुलीं तो जाग उठीं हसरतें तमाम;</br>
उस को भी खो दिया जिसे पाया था ख़्वाब में!Upload to Facebook
    आँखें खुलीं तो जाग उठीं हसरतें तमाम;
    उस को भी खो दिया जिसे पाया था ख़्वाब में!
    ~ Siraj Lakhnavi
  • खो दिया तुम को तो हम पूछते फिरते हैं यही;</br>
जिस की तक़दीर बिगड़ जाए वो करता क्या है!Upload to Facebook
    खो दिया तुम को तो हम पूछते फिरते हैं यही;
    जिस की तक़दीर बिगड़ जाए वो करता क्या है!
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • वस्ल में रंग उड़ गया मेरा;</br>
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा!</br></br>
 *वस्ल: मिलन  Upload to Facebook
    वस्ल में रंग उड़ गया मेरा;
    क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा!

    *वस्ल: मिलन
    ~ Mir Taqi Mir
  • तुम से बिछड़ कर ज़िंदा हैं;</br>
जान बहुत शर्मिंदा हैं!Upload to Facebook
    तुम से बिछड़ कर ज़िंदा हैं;
    जान बहुत शर्मिंदा हैं!
    ~ Iftikhar Arif
  • इस क़दर मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की;</br>
आज पहली बार उस से मैंने बेवफ़ाई की!Upload to Facebook
    इस क़दर मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की;
    आज पहली बार उस से मैंने बेवफ़ाई की!
    ~ Ahmad Faraz
  • आज एक और बरस बीत गया उस के बग़ैर;<br/>
जिस के होते हुए होते थे ज़माने मेरे!Upload to Facebook
    आज एक और बरस बीत गया उस के बग़ैर;
    जिस के होते हुए होते थे ज़माने मेरे!
    ~ Ahmad Faraz
  • उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया;<br/>
उम्र भर जिस का रास्ता देखा!Upload to Facebook
    उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया;
    उम्र भर जिस का रास्ता देखा!
    ~ Nasir Kazmi
  • घूम रहा हूँ तेरे ख़्यालों में;<br/>
तुझ को आवाज़ उम्र भर दी है!Upload to Facebook
    घूम रहा हूँ तेरे ख़्यालों में;
    तुझ को आवाज़ उम्र भर दी है!
    ~ Ahmad Mushtaq
  • मैं हूँ दिल है तन्हाई है;<br/>

तुम भी होते अच्छा होता!Upload to Facebook
    मैं हूँ दिल है तन्हाई है;
    तुम भी होते अच्छा होता!
    ~ Firaq Gorakhpuri