Hindi Shayari

  • लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से;<br/>
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से!Upload to Facebook
    लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से;
    तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से!
    ~ Jaan Nisar Akhtar
  • एक एक बात में सच्चाई है उस की लेकिन;<br/>
अपने वादों से मुकर जाने को जी चाहता है!Upload to Facebook
    एक एक बात में सच्चाई है उस की लेकिन;
    अपने वादों से मुकर जाने को जी चाहता है!
    ~ Kafeel Aazar Amrohvi
  • उन का ग़म उन का तसव्वुर उन के शिकवे अब कहाँ;<br/>
अब तो ये बातें भी ऐ दिल हो गयी आई गई!Upload to Facebook
    उन का ग़म उन का तसव्वुर उन के शिकवे अब कहाँ;
    अब तो ये बातें भी ऐ दिल हो गयी आई गई!
    ~ Sahir Ludhianvi
  • मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ें;<br/>
ये लीजिये आप का घर आ गया है हाथ छोड़ें!Upload to Facebook
    मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ें;
    ये लीजिये आप का घर आ गया है हाथ छोड़ें!
    ~ Javed Saba
  • तेरी आँखों का कुछ क़ुसूर नहीं;<br/>
हाँ मुझ ही को ख़राब होना था!Upload to Facebook
    तेरी आँखों का कुछ क़ुसूर नहीं;
    हाँ मुझ ही को ख़राब होना था!
    ~ Jigar Moradabadi
  • धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो;<br/>
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो!Upload to Facebook
    धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो;
    ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो!
    ~ Nida Fazli
  • नहीं आती तो याद उनकी महीनों तक नहीं आती;<br/>
मगर जब याद आते हैं तो अक्सर याद आते हैं!Upload to Facebook
    नहीं आती तो याद उनकी महीनों तक नहीं आती;
    मगर जब याद आते हैं तो अक्सर याद आते हैं!
    ~ Hasrat Mohani
  • इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा;<br/>
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं!Upload to Facebook
    इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा;
    लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं!
    ~ Mirza Ghalib
  • सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है;<br/>
हँसता चेहरा एक बहाना लगता है!Upload to Facebook
    सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है;
    हँसता चेहरा एक बहाना लगता है!
    ~ Kaif Bhopali
  • तू सामने है तो फिर क्यों यक़ीं नहीं आता;<br/>
ये बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं!Upload to Facebook
    तू सामने है तो फिर क्यों यक़ीं नहीं आता;
    ये बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं!
    ~ Ahmad Faraz