Hindi Shayari

  • कटती है आरज़ू के सहारे पे ज़िंदगी;</br>
कैसे कहूँ किसी की तमन्ना न चाहिए!Upload to Facebook
    कटती है आरज़ू के सहारे पे ज़िंदगी;
    कैसे कहूँ किसी की तमन्ना न चाहिए!
    ~ Shaad Aarfi
  • उफ्फ वो मरमर से तराशा हुआ शफ़्फ़ाफ़ बदन;</br>
देखने वाले उसे ताज-महल कहते हैं!</br></br>
* शफ़्फ़ाफ़: निर्मलUpload to Facebook
    उफ्फ वो मरमर से तराशा हुआ शफ़्फ़ाफ़ बदन;
    देखने वाले उसे ताज-महल कहते हैं!

    * शफ़्फ़ाफ़: निर्मल
    ~ Qateel Shifai
  • मुद्दतें हो गईं 'फ़राज़' मगर;</br>
वो जो दीवानगी की थी है अभी!Upload to Facebook
    मुद्दतें हो गईं 'फ़राज़' मगर;
    वो जो दीवानगी की थी है अभी!
    ~ Ahmad Faraz
  • इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में;</br>
आईने आँखों के धुँधले हो गए!Upload to Facebook
    इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में;
    आईने आँखों के धुँधले हो गए!
    ~ Nasir Kazmi
  • मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहा;</br>
सब अपने अपने चाहने वालों में खो गए!Upload to Facebook
    मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहा;
    सब अपने अपने चाहने वालों में खो गए!
    ~ Krishn Bihari Noor
  • दर्द उल्फ़त का न हो तो ज़िंदगी का क्या मज़ा;</br>
आह-ओ-ज़ारी ज़िंदगी है बे-क़रारी ज़िंदगी!</br></br>

*आह-ओ-ज़ारी: विलाप/शोकUpload to Facebook
    दर्द उल्फ़त का न हो तो ज़िंदगी का क्या मज़ा;
    आह-ओ-ज़ारी ज़िंदगी है बे-क़रारी ज़िंदगी!

    *आह-ओ-ज़ारी: विलाप/शोक
    ~ Ghulam Bhik Nairang
  • नहीं दुनिया को जब परवाह हमारी;</br>
तो फिर दुनिया की परवाह क्यों करें हम!Upload to Facebook
    नहीं दुनिया को जब परवाह हमारी;
    तो फिर दुनिया की परवाह क्यों करें हम!
    ~ Jaun Elia
  • बूढ़ों के साथ लोग कहाँ तक वफ़ा करें;</br>
बूढ़ों को भी जो मौत न आए तो क्या करें!Upload to Facebook
    बूढ़ों के साथ लोग कहाँ तक वफ़ा करें;
    बूढ़ों को भी जो मौत न आए तो क्या करें!
    ~ Akbar Allahabadi
  • औरों की बुराई को न देखूँ वो नज़र दे;</br>
हाँ अपनी बुराई को परखने का हुनर दे!Upload to Facebook
    औरों की बुराई को न देखूँ वो नज़र दे;
    हाँ अपनी बुराई को परखने का हुनर दे!
    ~ Khaleel Tanveer
  • दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त;</br>
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से!Upload to Facebook
    दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त;
    दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से!
    ~ Hafeez Hoshiarpuri