Hindi Shayari

  • धोखा था निगाहों का मगर ख़ूब था धोखा;</br>
मुझ को तेरी नज़रों में मोहब्बत नज़र आई!Upload to Facebook
    धोखा था निगाहों का मगर ख़ूब था धोखा;
    मुझ को तेरी नज़रों में मोहब्बत नज़र आई!
    ~ Shaukat Thanvi
  • हवा के दोश पे रखे हुए चिराग़ हैं हम;</br>
जो बुझ गए तो हवा से शिकायतें कैसी!
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    हवा के दोश पे रखे हुए चिराग़ हैं हम;
    जो बुझ गए तो हवा से शिकायतें कैसी!
    ~ Obaidullah Aleem
  • मुझे ख़बर नहीं ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है;</br>
ये ज़िंदगी की है सूरत तो ज़िंदगी क्या है!Upload to Facebook
    मुझे ख़बर नहीं ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है;
    ये ज़िंदगी की है सूरत तो ज़िंदगी क्या है!
    ~ Ahsan Marahravi
  • कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं;</br>
जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला!Upload to Facebook
    कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं;
    जा मय-कदे से मेरी जवानी उठा के ला!
    ~ Abdul Hamid Adam
  • मेरी आँखें और दीदार आप का;</br>
या क़यामत आ गई या ख़्वाब है!Upload to Facebook
    मेरी आँखें और दीदार आप का;
    या क़यामत आ गई या ख़्वाब है!
    ~ Aasi Ghazipuri
  • देखा नहीं वो चाँद सा चेहरा कई दिन से;</br>
तारीक नज़र आती है दुनिया कई दिन से!Upload to Facebook
    देखा नहीं वो चाँद सा चेहरा कई दिन से;
    तारीक नज़र आती है दुनिया कई दिन से!
    ~ Junaid Hazin Lari
  • देने वाले की मशिय्यत पे है सब कुछ मौक़ूफ़;</br>
माँगने वाले की हाजत नहीं देखी जाती!Upload to Facebook
    देने वाले की मशिय्यत पे है सब कुछ मौक़ूफ़;
    माँगने वाले की हाजत नहीं देखी जाती!
    ~ Parveen Shakir
  • ये ज़िंदगी तो बहुत कम है दोस्ती के लिए;</br>
कहाँ से वक़्त निकलता है दुश्मनी के लिए!Upload to Facebook
    ये ज़िंदगी तो बहुत कम है दोस्ती के लिए;
    कहाँ से वक़्त निकलता है दुश्मनी के लिए!
    ~ Sharib Lakhnavi
  • ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;</br>
तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!</br></br>

*मआज़-अल्लाह:  in the protection of God, at the mercy of God  Upload to Facebook
    ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;
    तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!

    *मआज़-अल्लाह: in the protection of God, at the mercy of God
    ~ Asrarul Haq Majaz
  • वो अक्स बनके मेरी चश्म-ए-तर में रहता है;<br/>
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है!Upload to Facebook
    वो अक्स बनके मेरी चश्म-ए-तर में रहता है;
    अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है!
    ~ Bismil Sabri