Hindi Shayari

  • दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते;<br/>
याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते!Upload to Facebook
    दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते;
    याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • वही फिर मुझे याद आने लगे हैं;<br/>
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं!Upload to Facebook
    वही फिर मुझे याद आने लगे हैं;
    जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं!
    ~ Khumar Barabankvi
  • दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है;<br/>
आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है!sUpload to Facebook
    दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है;
    आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है!s
    ~ Iftikhar Arif
  • अब तो मिल जाओ हमें तुम कि तुम्हारी ख़ातिर;<br/>
इतनी दूर आ गए दुनिया से किनारा करते!Upload to Facebook
    अब तो मिल जाओ हमें तुम कि तुम्हारी ख़ातिर;
    इतनी दूर आ गए दुनिया से किनारा करते!
    ~ Obaidullah Aleem
  • कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;<br/>
एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!Upload to Facebook
    कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;
    एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • छोटी सी बात पे ख़ुश होना मुझे आता था;<br/>
पर बड़ी बात पे चुप रहना तुम्हीं से सीखा!Upload to Facebook
    छोटी सी बात पे ख़ुश होना मुझे आता था;
    पर बड़ी बात पे चुप रहना तुम्हीं से सीखा!
    ~ Zehra Nigaah
  • ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है;<br/>
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है!xUpload to Facebook
    ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है;
    ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है!x
    ~ Iftikhar Arif
  • गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है; <br/>
राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं!Upload to Facebook
    गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है;
    राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं!
    ~ Hafeez Banarasi
  • लो फिर तेरे लबों पे उसी बेवफ़ा का ज़िक्र;<br/>
अहमद 'फ़राज़' तुझ से कहा न बहुत हुआ!Upload to Facebook
    लो फिर तेरे लबों पे उसी बेवफ़ा का ज़िक्र;
    अहमद 'फ़राज़' तुझ से कहा न बहुत हुआ!
    ~ Ahmad Faraz
  • है मेरे पहलू में और मुझ को नज़र आता नहीं;<br/>
उस परी का सेहर यारो कुछ कहा जाता नहीं!<br/><br/>
* सेहर - सम्मोहन, जादूUpload to Facebook
    है मेरे पहलू में और मुझ को नज़र आता नहीं;
    उस परी का सेहर यारो कुछ कहा जाता नहीं!

    * सेहर - सम्मोहन, जादू
    ~ Waliullah Muhib