Hindi Shayari

  • कुछ उसूलों का नशा था कुछ मुक़द्दस ख़्वाब थे;<br />
हर ज़माने में शहादत के यही अस्बाब थे!Upload to Facebook
    कुछ उसूलों का नशा था कुछ मुक़द्दस ख़्वाब थे;
    हर ज़माने में शहादत के यही अस्बाब थे!
    ~ Hasan Naim
  • सर से पा तक वो गुलाबों का शजर लगता है,<br />
बा-वज़ू हो के भी छूते हुए डर लगता है;<br />
मैं तेरे साथ सितारों से गुज़र सकता हूँ,<br />
कितना आसान मोहब्बत का सफ़र लगता है!<br /><br />
*बा-वज़ू: शुद्ध और स्वच्छUpload to Facebook
    सर से पा तक वो गुलाबों का शजर लगता है,
    बा-वज़ू हो के भी छूते हुए डर लगता है;
    मैं तेरे साथ सितारों से गुज़र सकता हूँ,
    कितना आसान मोहब्बत का सफ़र लगता है!

    *बा-वज़ू: शुद्ध और स्वच्छ
    ~ Bashir Badr
  • शुक्रिया ऐ क़ब्र तक पहुँचाने वालो शुक्रिया;<br />
अब अकेले ही चले जाएँगे इस मंज़िल से हम!Upload to Facebook
    शुक्रिया ऐ क़ब्र तक पहुँचाने वालो शुक्रिया;
    अब अकेले ही चले जाएँगे इस मंज़िल से हम!
    ~ Qamar Jalalvi
  • एक हक़ीक़त हूँ अगर इज़हार हो जाऊँगा मैं;<br />
जाने किस किस जुर्म का इक़रार हो जाऊँगा मैं!Upload to Facebook
    एक हक़ीक़त हूँ अगर इज़हार हो जाऊँगा मैं;
    जाने किस किस जुर्म का इक़रार हो जाऊँगा मैं!
    ~ Abdullah Kamal
  • हम भी वहीं मौजूद थे हम से भी सब पूछा किए,<br />
हम हँस दिए हम चुप रहे मंज़ूर था पर्दा तेरा;<br />
इस शहर में किस से मिलें हम से तो छूटीं महफ़िलें,<br />
हर शख़्स तेरा नाम ले हर शख़्स दीवाना तेरा!Upload to Facebook
    हम भी वहीं मौजूद थे हम से भी सब पूछा किए,
    हम हँस दिए हम चुप रहे मंज़ूर था पर्दा तेरा;
    इस शहर में किस से मिलें हम से तो छूटीं महफ़िलें,
    हर शख़्स तेरा नाम ले हर शख़्स दीवाना तेरा!
    ~ Ibn e Insha
  • दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से;</br>
इस घर को आग लग गई घर के चिराग से!</br></br>
*फफूले: छालेUpload to Facebook
    दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से;
    इस घर को आग लग गई घर के चिराग से!

    *फफूले: छाले
    ~ Mahtab Rai Taban
  • मिल रही हो बड़े तपाक के साथ;</br>
मुझ को यकसर भुला चुकी हो क्या!</br></br>
*तपाक: जोश</br>
*यकसर: बिलकुलUpload to Facebook
    मिल रही हो बड़े तपाक के साथ;
    मुझ को यकसर भुला चुकी हो क्या!

    *तपाक: जोश
    *यकसर: बिलकुल
    ~ Jaun Elia
  • इन्हीं सिफ़ात से होता है आदमी मशहूर,</br>
जो लुत्फ़ आम वो करते ये नाम किस का था;</br>
हर एक से कहते हैं क्या 'दाग़' बेवफ़ा निकला,</br>
ये पूछे उन से कोई वो ग़ुलाम किस का था!</br></br>
*सिफ़ात: खूबी</br>
*लुत्फ़: कृपाUpload to Facebook
    इन्हीं सिफ़ात से होता है आदमी मशहूर,
    जो लुत्फ़ आम वो करते ये नाम किस का था;
    हर एक से कहते हैं क्या 'दाग़' बेवफ़ा निकला,
    ये पूछे उन से कोई वो ग़ुलाम किस का था!

    *सिफ़ात: खूबी
    *लुत्फ़: कृपा
    ~ Dagh Dehlvi
  • बहाना मिल न जाए बिजलियों को टूट पड़ने का;</br>
कलेजा काँपता है आशियाँ को आशियाँ कहते!</br></br>
*आशियाँ: घरUpload to Facebook
    बहाना मिल न जाए बिजलियों को टूट पड़ने का;
    कलेजा काँपता है आशियाँ को आशियाँ कहते!

    *आशियाँ: घर
    ~ Asar Lakhnavi
  • गिरते हैं समुंदर में बड़े शौक़ से दरिया;</br>
लेकिन किसी दरिया में समुंदर नहीं गिरता!Upload to Facebook
    गिरते हैं समुंदर में बड़े शौक़ से दरिया;
    लेकिन किसी दरिया में समुंदर नहीं गिरता!
    ~ Qateel Shifai