Hindi Shayari

  • ढल चुकी रात मुलाक़ात कहाँ सो जाओ;</br>
सो गया सारा जहाँ सारा जहाँ सो जाओ!Upload to Facebook
    ढल चुकी रात मुलाक़ात कहाँ सो जाओ;
    सो गया सारा जहाँ सारा जहाँ सो जाओ!
    ~ Javed Kamal Rampuri
  • बहुत अज़ीज़ न क्यों हो कि दर्द है तेरा;</br>
ये दर्द बढ़ के रहा इज़्तिराब हो के रहा!Upload to Facebook
    बहुत अज़ीज़ न क्यों हो कि दर्द है तेरा;
    ये दर्द बढ़ के रहा इज़्तिराब हो के रहा!
    ~ Arshi Bhopali
  • दर्द का ज़ायका बताऊँ क्या;</br>
ये इलाक़ा ज़ुबान से बाहर है!Upload to Facebook
    दर्द का ज़ायका बताऊँ क्या;
    ये इलाक़ा ज़ुबान से बाहर है!
    ~ Khursheed Akbar
  • दर्द का फिर मज़ा है जब 'अख़्तर';</br>
दर्द ख़ुद चारा साज़ हो जाए!</br>
*अख़्तर: तारा, सितारा, क़िस्मतUpload to Facebook
    दर्द का फिर मज़ा है जब 'अख़्तर';
    दर्द ख़ुद चारा साज़ हो जाए!
    *अख़्तर: तारा, सितारा, क़िस्मत
    ~ Aleem Akhtar
  • `शहर में अपने ये लैला ने मुनादी कर दी,</br>
कोई पत्थर से न मारे मेंरे दीवाने को।`Upload to Facebook
    "शहर में अपने ये लैला ने मुनादी कर दी,
    कोई पत्थर से न मारे मेंरे दीवाने को।"
  • `ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने,</br>
लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई।`Upload to Facebook
    "ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने,
    लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई।"
    ~ Muzaffar Razmi
  • दिल सरापा दर्द था वो इब्तिदा-ए-इश्क़ थी;</br>
इंतेहा ये है कि 'फ़ानी' दर्द अब दिल हो गया!Upload to Facebook
    दिल सरापा दर्द था वो इब्तिदा-ए-इश्क़ थी;
    इंतेहा ये है कि 'फ़ानी' दर्द अब दिल हो गया!
    ~ Fani Badayuni
  • क़ैस जंगल में अकेला ही मुझे जाने दो;</br>
ख़ूब गुज़रेगी, जो मिल बैठेंगे दीवाने दो।Upload to Facebook
    क़ैस जंगल में अकेला ही मुझे जाने दो;
    ख़ूब गुज़रेगी, जो मिल बैठेंगे दीवाने दो।
  • 'मीर' अमदन भी कोई मरता है;</br>
जान है तो जहान है प्यारे।Upload to Facebook
    'मीर' अमदन भी कोई मरता है;
    जान है तो जहान है प्यारे।
    ~ Mir Taqi Mir
  • शब को मय ख़ूब पी, सुबह को तौबा कर ली;</br>
रिंद के रिंद रहे हाथ से जन्नत न गई।Upload to Facebook
    शब को मय ख़ूब पी, सुबह को तौबा कर ली;
    रिंद के रिंद रहे हाथ से जन्नत न गई।
    ~ Jaleel Manikpuri