Hindi Shayari

  • अगरचे फूल ये अपने लिए ख़रीदे हैं;</br>
कोई जो पूछे तो कह दूँगा उस ने भेजे हैं!</br>
*अगरचे: बहरहाल, यद्यपि, हालाँकिUpload to Facebook
    अगरचे फूल ये अपने लिए ख़रीदे हैं;
    कोई जो पूछे तो कह दूँगा उस ने भेजे हैं!
    *अगरचे: बहरहाल, यद्यपि, हालाँकि
    ~ Iftikhar Naseem
  • हर एक रात को महताब देखने के लिए;</br>
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए!</br>
*महताब: चाँदUpload to Facebook
    हर एक रात को महताब देखने के लिए;
    मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए!
    *महताब: चाँद
    ~ Azhar Inayati
  • धूप ने गुज़ारिश की;</br>
एक बूँद बारिश की!Upload to Facebook
    धूप ने गुज़ारिश की;
    एक बूँद बारिश की!
    ~ Mohammed Alvi
  • पुराने यार भी आपस में अब नहीं मिलते;</br>
न जाने कौन कहाँ दिल लगा के बैठ गया!Upload to Facebook
    पुराने यार भी आपस में अब नहीं मिलते;
    न जाने कौन कहाँ दिल लगा के बैठ गया!
    ~ Fazil Jamili
  • ज़िक्र जब छिड़ गया क़यामत का;</br>
बात पहुँची तेरी जवानी तक!Upload to Facebook
    ज़िक्र जब छिड़ गया क़यामत का;
    बात पहुँची तेरी जवानी तक!
    ~ Fani Badayuni
  • क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में;</br>
जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं!Upload to Facebook
    क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में;
    जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं!
    ~ Jaun Elia
  • जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई;</br>
दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई!Upload to Facebook
    जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई;
    दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई!
    ~ Shakeel Badayuni
  • अंधेरा है कैसे तेरा ख़त पढ़ूँ;</br>
लिफ़ाफ़े में कुछ रौशनी भेज दे!Upload to Facebook
    अंधेरा है कैसे तेरा ख़त पढ़ूँ;
    लिफ़ाफ़े में कुछ रौशनी भेज दे!
    ~ Mohammed Alvi
  • इज़हार-ए-हाल का भी ज़रिया नहीं रहा;</br>
दिल इतना जल गया है कि आँखों में नम नहीं!Upload to Facebook
    इज़हार-ए-हाल का भी ज़रिया नहीं रहा;
    दिल इतना जल गया है कि आँखों में नम नहीं!
    ~ Ismail Merathi
  • एक हो जाएँ तो बन सकते हैं ख़ुर्शीद-ए-मुबीं;</br>
वर्ना इन बिखरे हुए तारों से क्या काम बने!Upload to Facebook
    एक हो जाएँ तो बन सकते हैं ख़ुर्शीद-ए-मुबीं;
    वर्ना इन बिखरे हुए तारों से क्या काम बने!
    ~ Abul Mujahid Zahid