Hindi Shayari

  • टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर;<br/>
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए!Upload to Facebook
    टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर;
    वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए!
    ~ Sajjad Baqar Rizvi
  • कोई मंज़िल के क़रीब आ के भटक जाता है;<br/>
कोई मंज़िल पे पहुँचता है भटक जाने से!Upload to Facebook
    कोई मंज़िल के क़रीब आ के भटक जाता है;
    कोई मंज़िल पे पहुँचता है भटक जाने से!
    ~ Qasri Kanpuri
  • जिन्हें हम देख कर जीते थे 'नासिर';<br/>
वो लोग आँखों से ओझल हो गए हैं!Upload to Facebook
    जिन्हें हम देख कर जीते थे 'नासिर';
    वो लोग आँखों से ओझल हो गए हैं!
    ~ Nasir Kazmi
  • मुझ में सात समुंदर शोर मचाते हैं;<br/>
एक ख़याल ने दहशत फैला रखी है!Upload to Facebook
    मुझ में सात समुंदर शोर मचाते हैं;
    एक ख़याल ने दहशत फैला रखी है!
    ~ Saqi Faruqi
  • जो गुज़ारी न जा सकी हम से;<br/>

हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है!Upload to Facebook
    जो गुज़ारी न जा सकी हम से;
    हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है!
    ~ Jaun Elia
  • मौत का भी इलाज हो शायद;<br/>
ज़िंदगी का कोई इलाज नहीं!Upload to Facebook
    मौत का भी इलाज हो शायद;
    ज़िंदगी का कोई इलाज नहीं!
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल दिल से मिलता है;<br/>
मगर मुश्किल तो ये है दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है!Upload to Facebook
    मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल दिल से मिलता है;
    मगर मुश्किल तो ये है दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है!
    ~ Jaleel Manikpuri
  • हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं;<br/>
दिल हमेशा उदास रहता है!Upload to Facebook
    हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं;
    दिल हमेशा उदास रहता है!
    ~ Bashir Badr
  • उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ;<br/>
अब क्या कहें ये क़िस्सा भी पुराना बहुत हुआ!Upload to Facebook
    उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ;
    अब क्या कहें ये क़िस्सा भी पुराना बहुत हुआ!
    ~ Ahmad Faraz
  • ज़रा देखे कोई दैर-ओ-हरम को;<br/>
मेरा वो यार हरजाई कहाँ है!Upload to Facebook
    ज़रा देखे कोई दैर-ओ-हरम को;
    मेरा वो यार हरजाई कहाँ है!
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani